रिजनिंग (तर्क-शक्ति) ना केवल प्रतियोगी परीक्षाओं के दृष्टिकोण से हमारे लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि हमारे दैनिक जीवन में भी जाने अनजाने हम रिजनिंग से घिरे हुए हैं। खाना बनाने से लेकर व्यक्तियों के बैठने का स्थान, घर में वस्तुओं के रखने का स्थान, हमारे दैनिक दिनचर्या का समय निर्धारण, समस्याओं के लिए समाधान निकालना, भविष्य से संबंधित नीतियां बनाना आदि दर्शाता है कि हम कितना तर्कशील हैं।
थोड़ा बड़ा होने पर हम तरह-तरह की पहेलियों के साथ पले-बढे हैं, आपने भी अपने बचपन में बहुत सारी पहेलियों को बुझा होगा। यह सभी व्यक्तिगत जीवन से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण पहलु थे जो दर्शाते हैं कि रिजनिंग हमारे जीवन से किस प्रकार संबंधित है; परंतु जब हम व्यवसायिक जीवन की बात करते हैं ,तो रिजनिंग हमारे व्यवसायिक जीवन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है,
उदाहरण के लिए एक भोजनालय संचालक अपने ग्राहकों हेतु तरह-तरह के पकवानों की मात्रा का निर्धारण तर्क के आधार पर ही करता है l विवाह समारोह, त्योहारों आदि से संबंधित व्यवसायीगण इन समारोहों के आधार पर समयानुकूल उत्पादन तथा साज सज्जा आदि का प्रबंध करते हैं। एक उद्यमी अपने उत्पादों को लोकप्रिय बनाने हेतु प्रचार संबंधी निर्धारण भी तर्क के आधार पर ही करता है।
जिससे उसके उत्पाद ग्राहकों के बीच आकर्षक तथा लोकप्रिय हो सके, जो कि उत्पादों की मांग का सृजन तथा उपयोगिता पर आधारित होते हैं।
मनोरंजन के क्षेत्र में भी तर्क महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है जिसमें फिल्म निर्माता से लेकर धारावाहिक, सभी दर्शकों की मांग तथा ऐसे तथ्यों पर आधारित होते हैं जिससे वह लोकप्रिय हो सके कई बार यह वास्तविक घटनाओं मनोरंजक कार्यक्रमों प्रेरणादायक कहिनियों आदि पर विचार करते हैl
वर्तमान में रिजनिंग का प्रमुख उपयोग PERT और CPM के रूप में इंजीनियरिंग तथा अन्य उद्योगों में भी हो रहा हैl जहां PERT प्रोग्राम इवोल्यूशन एंड रिव्यू टेक्निक है, वहीं सीपीएम का अर्थ होता है क्रिटिकल पथ मेथड l
PERT विश्लेषण का मुख्य उद्देश्य यह पता लगाना है कि किसी विशेष कार्य को एक निश्चित समय सीमा के भीतर कब पूरा किया जाएगा। काम पूरा होने की संभावना क्या है? यह दृष्टिकोण अनिश्चितताओं को ध्यान में रखता है। इस दृष्टिकोण में प्रत्येक गतिविधि के साथ तीन समय मूल्यों का अनुमान लगाया जाता है: आशावादी, संभावित और निराशावादी। सभी तीन समय मान गतिविधि की अनिश्चितता का माप प्रदान करते हैं।
CPM का पूरा नाम "क्रिटिकल पाथ मेथड" है। यह एक प्रकार की नेटवर्क डायग्रामिंग तकनीक है, जिसका किसी भी प्रोजेक्ट से पहले सर्वे किया जाता है। यह एक श्रृंखला की तरह है जिसमें प्रत्येक कार्य एक श्रृंखला के रूप में आता है और किसी भी प्रोजेक्ट के पूरा होने से पहले उस प्रोजेक्ट को पूरा होने में लगने वाले समय का अंदाजा लगाया जा सकता है।
By: Dheeraj Yadav
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